दुबई की नौकरी छोड़ मुखिया बने , बदल दी गांव की सूरत

आरा जिले के कोईलवर प्रखंड का जलपुरा पंचायत एक आदर्श गांव बन गया है। दुबई से लौटे कसुमुद्दीन ने साल 2016 में पहली बार मुखिया बनने के बाद गांव में विकास की लहर ला दी। हर गली पक्की है हर घर में बिजली और नल से जल उपलब्ध है। जलपुरा पंचायत को ग्रामीण विकास विभाग दिल्ली द्वारा अवॉर्ड भी मिल चुका है।

दुबई की नौकरी छोड़  मुखिया बने , बदल दी गांव की सूरत

आरा। आरा जिला मुख्यालय से तकरीबन 12 किलोमीटर की दूरी पर कोईलवर प्रखंड की जलपुरा पंचायत बदलते भारत की कहानी बयां करती है। गांव की हर गली का पक्कीकरण हो चुका है। घर-घर बिजली है और हर घर नल से जल का पानी मिल रहा है।

मुखिया बनने के बाद बदली गांव की तस्वीर

दरअसल, दुबई से आकर पहली बार जलपुरा पंचायत के मुखिया बने मो.कसमुद्दीन ने विकास की पटरी पर लाकर गांव के लोगो की सोच बदल दी। उनकी पहल पर जलपुरा पंचायत में पहली बार नाली-गली और सड़क तो बनी ही है, नल जल योजना के सफल संचालन से लेकर जगह-जगह लाइट भी लग गई है।

कोइलवर प्रखंड के जलपुरा गांव के कसमुदिन अंसारी जलपुरा गांव को छोड़ कर 2010 में दुबई कमाने चले गए थे। वहा से पंचायत चुनाव के वक्त 2016 में पहली बार भाग्य आजमाने एक माह पहले आए और अपने प्रभाव से अल्प समय में ही 16 प्रत्याशियों को पछाड़ते हुए जीत हासिल कर ली।