आराः बिहार के आरा में एक अजब गजब कहानी सामने आई. एक युवक को कार खरीदने की चाहत महंगी पड़ गई. उसने नई गाड़ी लेने के लिए परिवार वालों से कहा, लेकिन वह नहीं माने. उसके बाद उसने एक ऐसी तरकीब निकाली कि पूरा परिवार मुसीबत में पड़ गया. इतना ही नहीं बल्कि पता चलते ही बीवी तो फूट-फूटकर रोने लगी. परिवार के लोग भागते हुए थाने जा पहुंचे, लेकिन पुलिस की छानबीन में दिमाग घुमा देने वाली सच्चाई का खुलासा हुआ. युवक घर लौटते वक्त रास्ते में गायब हो गया और इसके बाद एक अपहरण का झूठा नाटक का वीडियो बनाकर पत्नी और पिता को भेजा. समस्तीपुर के खानपुर थाना इलाके के सिहुली गांव के रहने वाले गोविंद कुमार को गिरफ्तार किया गया है. जबकि उसके दोस्त की पहचान रोहतास जिले के दावथ थाना क्षेत्र के परमानपुर गांव के रहने वाले रजनीश तिवारी के रूप में हुई है. पुलिस ने उनके पास से मोबाइल फोन भी जब्त किया है, जिसमें अपहरण के फर्जी वीडियो सहित कई सबूत मौजूद मिले हैं.
वीडियो में गोविंद अर्धनग्न अवस्था में पेड़ से बंधा नजर आया. वीडियो बनाने वाला उसका बाल पकड़कर खींचता नजर आया. चेहरे से लग रहा था कि गोविंद के साथ मारपीट भी की गई है. वीडियो देखने के बाद गोविंद के परिवार ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी. बदमाशों ने एक वीडियो भी बनाया है, मुझे जंगल वाले इलाके में रखा है, बदमाशों ने आप लोगों को वीडियो भी भेजा है, प्लीज मुझे बचा लीजिए.’ ये कहते हुए समस्तीपुर के लड़के ने अपने घर फोन कर चाचा को ये बातें बताई. फोन डिस्कनेक्ट होने के बाद चाचा के मोबाइल पर एक वीडियो आया, जिसमें झाड़ियों के बीच उनका भतीजा दिख रहा है, उसके शरीर पर कपड़े नहीं हैं, उसे एक पेड़ से बांधा गया है.
बेटे के कॉल से घबराया परिवार
भतीजे की कॉल और वीडियो देखने के बाद पीड़ित के चाचा समस्तीपुर पुलिस के पास पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी दी. वीडियो देखने और पीड़ित के चाचा की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की. जिस मोबाइल नंबर से वीडियो भेजा गया था, उसका लोकेशन निकाला, तो भोजपुर जिले के गड़हनी थाना का निकला. इसके बाद पीड़ित के चाचा भोजपुर पहुंचे और गड़हनी पुलिस को पूरी जानकारी दी. इसके बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की और वीडियो भेजने के वाले आरोपी को पीड़ित लड़के के साथ पकड़ लिया. पूछताछ में सामने आया कि पीड़ित लड़के ने अपने रोहतास के रहने वाले दोस्त के साथ मिलकर अपहरण की झूठी साजिश रची थी.
वीडियो में गोविंद अर्धनग्न अवस्था में पेड़ से बंधा नजर आया. वीडियो बनाने वाला उसका बाल पकड़कर खींचता नजर आया. चेहरे से लग रहा था कि गोविंद के साथ मारपीट भी की गई है. वीडियो देखने के बाद गोविंद के परिवार ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी. बदमाशों ने एक वीडियो भी बनाया है, मुझे जंगल वाले इलाके में रखा है, बदमाशों ने आप लोगों को वीडियो भी भेजा है, प्लीज मुझे बचा लीजिए.’ ये कहते हुए समस्तीपुर के लड़के ने अपने घर फोन कर चाचा को ये बातें बताई. फोन डिस्कनेक्ट होने के बाद चाचा के मोबाइल पर एक वीडियो आया, जिसमें झाड़ियों के बीच उनका भतीजा दिख रहा है, उसके शरीर पर कपड़े नहीं हैं, उसे एक पेड़ से बांधा गया है.
पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बातचीत करते हुए गोविंद के चाचा अनिल कुमार ने बताया कि भतीजा पिछले 6 साल से पुणे में काम कर रहा है. उसने पुणे के एक कॉलेज से बी.टेक किया. इसके बाद वही एक प्राइवेट कंपनी में काम करने लगा. गोविंद कुमार की पत्नी के रिश्तेदारी में शादी होनी थी. लिहाजा, शामिल होने के लिए गोविंद 29 जून को छुट्टी लेकर समस्तीपुर के लिए ट्रेन से चला. एक जुलाई को उसने अपनी पत्नी बबीता कुमारी को कॉल कर बताया कि मैं पटना पहुंच गया हूं, लेकिन कुछ घंटे बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया. परिजन पूरी रात फोन करते रहे, लेकिन संपर्क नहीं हो सका.