हेमंत सोरेन की सादगी और विनम्रता की राज्य भर में हो रही चर्चा, अमित शाह का कुछ इस अंदाज में किया स्वागत

डेस्क
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सादगी और विनम्रता की एक बार फिर राज्यभर में चर्चा हो रही है। अवसर था गृह मंत्री अमित शाह के रांची आगमन का। जिस भाव और सम्मान के साथ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अमित शाह का स्वागत किया, उसने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा और दिलों को छू लिया। जैसे ही अमित शाह होटल के भीतर प्रवेश कर रहे थे, हेमंत सोरेन ने हाथ जोड़कर उनका अभिवादन किया, फिर मुस्कान के साथ हाथ मिलाकर उनका स्वागत किया। यही नहीं, वे उनके साथ चलते हुए दो कदम पीछे दिखाई दिए। यह एक ऐसा दृश्य था जिसने मुख्यमंत्री की विनम्रता और आतिथ्य भाव को बख़ूबी दर्शाया। इसके बाद अमित शाह सीधे मंच पर चले गये। उनके साथ हेमंत सोरेन भी स्टेज पर चढ़े। स्टेज पर पहुंचकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अमित शाह को अंग्रवस्त्र देकर उनका स्वागत किया।
इसे लेकर झारखंड सरकार में मंत्री दीपक बिरुआ ने भी अपने सोशल मीडिया पर तस्वीर साझा कि है। उन्होंने काह है कि झारखंडी संस्कार हम सभी को करते हैं सर झुका कर जोहार। 27वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में रांची पहुंचे देश के केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह जी को झारखंडी जोहार। आशा है झारखंड को माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी के नेतृत्व में और कुशलता से अग्रणी राज्य बनाने में आपका संपूर्ण सहयोग मिलेगा। दरअसल रांची के रेडिसन ब्लू होटल में 27वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक हो रही है। जिसमें चार राज्यों के मंत्रियों ने भाग लिया। बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का स्वागत भाषण भी हुआ। उसके कुछ देर बात अमित शाह का भी संबोधन हुआ। बता दें कि बैठक में भाग लेने के लिए अमित शाह बुधवार रात करीब 10:30 बजे रांची पहुंचे। बैठक में झारखंड से कुल 15 सदस्यीय टीम सम्मिलित हुई है।
जानकारी के मुताबिक बैठक में 20 एजेंडे पर चर्चा हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के हित में 31 महत्वपूर्ण मांगें रखते हुए विकास, सामाजिक न्याय और क्षेत्रीय संतुलन पर जोर दिया। उन्होंने झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा की साझा ऐतिहासिक-सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख करते हुए “सहकारी संघवाद” की भावना से सहयोग की अपील की। इस दौरान प्रधानमंत्री आवास और मनरेगा की मजदूरी दरें महंगाई के अनुरूप बढ़ाने का अनुरोध। पेंशन योजनाओं में केंद्र का अंशदान 1000 मासिक करने की अपील। गरीब परिवारों के लिए 15 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा कवर देने की योजना की भी मांग रखी गई। मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा, “झारखंड के विकास के लिए केंद्र का सहयोग बेहद जरूरी है। हमारी मांगे राज्य के लोगों के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक अहम कदम हैं।”