AI से जुड़ेगा बाबा धाम: श्रावणी मेले में पहली बार चैटबोट ऐप से होगी श्रद्धालुओं की मदद

देवघर
श्रावणी मेले में इस बार बाबा बैद्यनाथ धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को तकनीक का सहारा मिलेगा। झारखंड सरकार और देवघर जिला प्रशासन ने पहली बार मेले में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित चैटबोट ऐप की शुरुआत करने का फैसला लिया है, जो न सिर्फ भक्तों को मेला संबंधी सूचनाएं देगा बल्कि बाबा मंदिर, परिवहन, अस्पताल, ठहराव और अन्य जरूरी सेवाओं की जानकारी भी एक क्लिक पर उपलब्ध कराएगा।
देवघर के जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी अभय पराशर के मुताबिक, चैटबोट ऐप को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। ऐप के टेस्टिंग की प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी। यह व्यवस्था पहली बार लागू हो रही है, और इसका उद्देश्य है, श्रद्धालुओं की सुविधा को आधुनिक तकनीक से जोड़ना।
51 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना
श्रावणी मेले की शुरुआत इस बार 11 जुलाई से हो रही है और करीब 51 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने साफ-सफाई, ट्रैफिक कंट्रोल, पेयजल, शौचालय, सुरक्षा और यातायात की व्यवस्थाओं के साथ-साथ डिजिटल मदद पर भी जोर दिया है।
चैटबोट ऐप को डाउनलोड करने के लिए एक लिंक तैयार किया गया है, जिसे जिला प्रशासन की वेबसाइट, सोशल मीडिया या एसएमएस के ज़रिए साझा किया जाएगा। इसके माध्यम से श्रद्धालु देवघर का इतिहास, बाबा मंदिर की जानकारी, मेला मार्गदर्शन, स्टेशन, बस स्टैंड, एयरपोर्ट, अस्पताल, विश्राम स्थल आदि की लोकेशन जान सकेंगे। जरूरत पड़ने पर श्रद्धालु सीधे ऐप के जरिए प्रशासन से संपर्क भी कर सकेंगे।
मेले में पहली बार डिजिटल संपर्क सुविधा
उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा के अनुसार, "यह चैटबोट ऐप प्रशासन और श्रद्धालुओं के बीच सीधा डिजिटल संपर्क स्थापित करेगा। इससे किसी भी आपात स्थिति या सामान्य सहायता के लिए भक्त तुरंत सही सूचना प्राप्त कर सकेंगे।"
श्रावणी मेले को इस बार अधिक समावेशी और स्मार्ट बनाने के लिए प्रशासन ने AI और तकनीक के इस्तेमाल को प्राथमिकता दी है। श्रद्धालुओं को जल्द ही इस ऐप का लिंक उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे बाबा धाम की यात्रा अब पहले से कहीं ज्यादा सहज, सुव्यवस्थित और डिजिटल अनुभव वाली होगी।