32 साल पुराना बदला लेने के लिए बिहार से लखनऊ गया, CBI दरोगा को तीर मार किया घायल

32 साल पुराना बदला लेने के लिए बिहार से लखनऊ गया, CBI दरोगा को तीर मार किया घायल

उत्तर प्रदेश: लखनऊ में 23 मई की दोपहर 12:30 बजे एक पुलिस अधिकारी पर तीर से हमला कर दिया गया। यह घटना शहर के सबसे पॉश इलाके हजरतगंज में हुई। देखते ही देखते धनुष-बाण से हमले की बात पूरे शहर में फैल गई। कुछ ही देर में हमलावर पकड़ा गया। पुलिस पूछताछ में उसने बताया है कि मैं 32 साल से CBI के लोगों को खोज रहा था। इन लोगों की ही वजह से मेरी नौकरी चली गई।

यह हमला उसी दर्द का जवाब है। मैं कहां-कहां नहीं भटका। किसी ने मुझे बताया था कि CBI वाले लखनऊ में मिलेंगे। मैंने तो इनकी मदद की थी, लेकिन इन्होंने मेरे परिवार को बर्बाद कर दिया। मैं CBI ऑफिस में जा रहा था, लेकिन मुझे रोका गया। धनुष-बाण तो मैं घर से लेकर आया था। मुझे इसका कोई अफसोस नहीं।

बता दें कि ASI पर तीर चलाने के आरोपी का नाम दिनेश मुर्मू (53) है। वह बिहार के मुंगेर का रहने वाला है। CBI का ऑफिस ढूंढते हुए बिहार से लखनऊ पहुंचा था।घटना शुक्रवार सुबह करीब 11.15 बजे की हजरतगंज स्थित नवल किशोर रोड पर CBI दफ्तर के गेट पर हुई। ASI वीरेंद्र सिंह वहां खड़े थे। एक व्यक्ति गेट से अंदर घुसने लगा। उसके कंधे पर धनुष टंगा था। ASI ने उसे अंदर जाने से रोका।

रोकने पर वह अंदर जाने की जबरदस्ती करने लगा। बोला मुझे अंदर अधिकारियों से मिलना है। वीरेंद्र सिंह ने उससे कहा कि अधिकारी का नाम बताइए, तो वह केवल एक बात रट रहा था- मैं अंदर जाऊंगा तो उन्हें पहचान जाऊंगा, नाम नहीं पता।

ASI सिंह ने उससे कहा कि ऐसे नहीं जा सकते। बाहर चलिए। बार-बार मना करने पर वह वहां से चला गया। कुछ दूर जाकर उसने छिपकर वीरेंद्र सिंह पर धनुष से निशाना साध दिया। तीर छूटते ही वीरेंद्र सिंह के सीने में जा धंसा।

तीर से ASI पर हमला करने वाले दिनेश मुर्मू ने पुलिस कस्टडी में बताया- मैं रेलवे में नौकरी करता था। साल 1993 की घटना है- एक कर्मचारी के घूस लेने की शिकायत अधिकारियों से कर दी थी। उसकी जांच में कई मामले और खुले। उस दोषी कर्मचारी ने मुझे भी केस में घसीट लिया।

मामले की जांच CBI करने लगी। मेरी नौकरी चली गई। उसके बाद मेरे पास कुछ नहीं बचा- न इज्जत, न जीविका। इन लोगों ने मेरा सबकुछ खत्म कर दिया। इतने साल इंतजार किया। सबको बहुत ढूंढा। लखनऊ में पता मिला तो यहीं चला आया। अब जवाब दिया।