पटना में नमामि गंगे प्रोजेक्ट के लिए खोदे गए गड्ढे में गिरा बच्चा, कंपनी पर 5.5 करोड़ का जुर्माना

गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए केंद्र सरकार ने नमामि गंगे प्रोजेक्ट की शुरुआत की है. गंगा में शहर का पानी दूषित न जाए इसके लिए अंडरग्राउंड पाइप लाइन बिछाया जा रहा है. लेकिन नमामि गंगे प्रोजेक्ट के काम में लगे कंपनियों की लापरवाही से आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है

पटना में नमामि गंगे प्रोजेक्ट के लिए खोदे गए गड्ढे में गिरा बच्चा, कंपनी पर 5.5 करोड़ का जुर्माना

डेस्कः
गंगा को स्वच्छ बनाने के लिए केंद्र सरकार ने नमामि गंगे प्रोजेक्ट की शुरुआत की है. गंगा में शहर का पानी दूषित न जाए इसके लिए अंडरग्राउंड पाइप लाइन बिछाया जा रहा है. लेकिन नमामि गंगे प्रोजेक्ट के काम में लगे कंपनियों की लापरवाही से आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है. पटना के राजीव नगर में इसी प्रोजेक्ट के तहत किए गए गड्ढे में ई-रिक्शा गिर जाने से एक बच्चा बुरी तरीके से घायल हो गया.

गड्ढे में गिरा बच्चा: राजीव नगर में पिछले कई महीने से नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत काम चल रहा है. पटना के राजीव नगर रोड नंबर 23 में नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत पाइप बिछाने का काम चल रहा है. पाइप बिछाने के लिए कई दिनों से गड्ढा करके छोड़ दिया गया था. मंगलवार को इसी गड्ढे में एक ई रिक्शा गिर गयी जिसमें शानू नाम का एक बच्चा बुरी तरीके से घायल हो गया. स्थानीय लोगों ने बच्चों को निकाल कर निजी अस्पताल में भर्ती कराया.

कंपनी पर 5.5 करोड़ का जुर्माना: नमामि गंगे प्रोजेक्ट के गड्ढे में ई रिक्शा गिर जाने की सूचना मिलने के बाद जांच के क्रम में पाया गया कि कंपनी की लापरवाही से लोगों की परेशानी बढ़ी है. बुडको के एचडी अनिमेष कुमार पाराशर ने काम में लापरवाही को देखते हुए कंपनी पर 5.5 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया. सही समय पर काम पूरा नहीं करने को लेकर अब बुडको को इस कंपनी को ब्लैकलिस्टेड करने की तैयारी कर रही है.

वीए टेक वाबाग लिमिटेड को मिला है काम: राजीव नगर के इलाके में एटीपी के कनेक्शन के लिए वीए टेक वाबाग लिमिटेड को पाइपलाइन विस्तार करने का काम मिला हुआ है. नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत एक महीने से राजीव नगर रोड नंबर 23 में करीब 20 फीट गड्ढा करके छोड़ दिया गया था, जिसमें पानी जमा होने के कारण स्थानीय लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. राजीव नगर के रहने वाले नवीन कुमार का कहना है कि लोगों की परेशानी को देखते हुए कई बार ठेकेदारों को बार-बार आग्रह किया गया था कि जल्द इस काम को खत्म करें.

"लोगों को आने-जाने में बहुत परेशानी हो रही है. इसकी शिकायत स्थानीय लोगों ने प्रोजेक्ट पर काम करने वाले लोगों से की, लेकिन प्रोजेक्ट से जुड़े हुए लोग कभी लेबर का बहाना बनाकर तो कभी होली की छुट्टी का बहाना बनाकर अपनी मजबूरी बता रहे थे. यही कारण है कि जो काम पहले पूरा हो जाना चाहिए था अभी तक पूरा नहीं हो पाया है."- नवीन कुमार,राजीव नगर निवासी