कौन है बूटन चौधरी जिसके घर मिला एके 47, पहले भी हथियार के साथ गिरफ्तार

कौन है बूटन चौधरी जिसके घर मिला एके 47, पहले भी हथियार के साथ गिरफ्तार

भोजपुर जिले में पुलिस को कुख्यात बुटन चौधरी की तलाश है। एसटीएफ ने उसकी तलाश में जब छापेमारी की तो उसका भाई उपेंद्र चौधरी एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया। भोजपुर के बेलाउर गांव निवासी बुटन चौधरी का भाई उपेंद्र चौधरी गिरफ्तार हो चुका है। एसटीएफ ने घर से उसे पकड़ा है। एसटीएफ को एके-47 भी मिला है। एके 47 के अलावा 43 गोली, दो मैगजीन, इंसास के दो मैगजीन, एक हैंड ग्रेनेड मिला है। हम आपको बताते हैं कि आखिर कौन है वो कुख्यात जिसकी तलाश में एसटीएफ खाक छान रही है। बुटन के कभी खास रहे रंजीत चौधरी के साथ उसका गैंगवार काफी मशहूर रहा है।

भोजपुर के बेलाउर गांव निवासी बूटन चौधरी और रंजीत चौधरी कभी जिगरी दोस्त हुआ करते थे।‌ दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू माने जाते थे। लेकिन साल 2011-12 में दोनों के बीच जमीन के टुकड़े को लेकर विवाद शुरू हुआ और एक छोटा सा विवाद वर्चस्व की लड़ाई में तब्दील हो गया। इसके बाद दोनों के बीच खूनी जंग शुरू हो गयी। दोनों के बीच वर्चस्व की जंग में सुहाग से लेकर कई मां की गोद तक सुनी हो गई। दोनों की लड़ाई में अब तक दर्जन भर से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस जंग में रंजीत चौधरी ने अपने भाई, तो बूटन चौधरी ने भतीजे को खो दिया है। दोनों के कुछ समर्थक भी मारे गए हैं।

बेलाउर गांव निवासी कुख्यात बुटन चौधरी ने वर्चस्व की लड़ाई से अपराध की दुनिया में कदम रखा था। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बुटन चौधरी एवं रंजीत चौधरी में करीब आठ साल पहले काफी घनिष्टता थी। बाद में दोनों के बीच ऐसा तनाव पैदा हुआ कि एक-दूसरे के कट्टर दुश्मन बन गये। यहां तक कि एक-दूसरे के खून के प्यासे भी। नवम्बर 2013 में बुटन चौधरी पर गोलियों से हुए हमले एवं फिर दिसम्बर 2013 में मुखिया चंपा देवी की रस्सी से गला घोंटकर हत्या किये जाने के मामले में रंजीत चौधरी समेत उसके भाई दोनों को आरोपी बनाया गया था।

पहले भी एके-47 के साथ पकड़ाया

बूटन चौधरी ने वर्ष 2011 के पंचायत चुनाव में अपने नौकर की पत्नी चंपा देवी को मुखिया चुनाव लड़वाया था। जीत भी दर्ज की थी। मूल रूप से भोजपुर जिले के उदवंतनगर थाना के बेलाऊर गांव निवासी कुख्यात बुटन चौधरी चौधरी दो साल पहले कलाश्निकोव यानी एके-47 के साथ पकड़ा गया था। 4 मार्च 2016 में पुलिस ने उदवंतनगर के बेलाऊर गांव में छापेमारी कर एक एके-47 रायफल समेत तीन पिस्तौल, 29 एके 47 की गोली व 31 रायफल की गोली समेत बुटन चौधरी के अलावा चार और अपराधियों को पकड़ा था। एक शादी समारोह के दौरान पुलिस ने अपने मुखबिर के जरिए उसे पकड़ने में सफलता हासिल की थी। दूसरा प्रतिद्वंदी गुट रंजीत चौधरी भी जेल में बंद है।