लड़की को बुर्का पहनाकर कोर्ट पहुंचा लड़का, मां बोली- मैं बेटी को मुसलमान को नहीं सौपूंगी

डेस्कः
मुजफ्फरपुर कोर्ट में बुधवार को लव जिहाद के एक मामले को लेकर करीब आधे घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। लड़की के परिजन ने आरोप लगाया कि मुस्लिम लड़के ने बहला-फुसलाकर उनकी बेटी को ढाई महीने पहले ले गया था। आज लड़की को कोर्ट में बुर्का पहनाकर बयान दर्ज कराने के लिए लाया गया था। परिजन ने बताया कि लड़की नाबालिग है, लेकिन गुमशुदगी केस के IO यानी जांच अधिकारी ने लड़के वालों से 2 लाख रुपए लेकर आधार कार्ड में हेरफेर कर लड़की की उम्र बढ़ाकर 18 साल कर दी, जबकि लड़की मात्र 16 साल की है।
दरअसल, लड़की के पिता का 2 साल पहले निधन हो चुका है। लड़की चार-भाई बहन है। घर में अभिभावक के तौर पर सिर्फ मां है। जब बुधवार को लड़की की मां को पता चला कि बेटी को भगाने वाला लड़का आजाद उसे लेकर कोर्ट पहुंचा है तो लड़की की मां अपनी मां (लड़की की नानी) और पड़ोसियों के साथ कोर्ट पहुंच गई। इस दौरान लड़की की मां पुलिस से भीड़ गई और बेटी की भी दौड़ाकर पिटाई करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि मैं किसी भी सूरत में अपनी बेटी को मुसलमान लड़के के हाथ में नहीं सौपूंगी, मेरी बेटी को मुझे सौंप दिया जाए।
लड़की की मां बार-बार कह रही थी कि पुलिस युवक से मोटी रकम लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी। ढाई महीने के बाद मेरी बेटी को बरामद किया गया है। इसमें पुलिस भी शामिल है।
वकील का दो गुट भी मामले को लेकर भिड़ा
उधर, मामले को लेकर कोर्ट परिसर में मौजूद वकीलों का दो गुट भी आपस में भिड़ गया। एक गुट ने दूसरे गुट पर मामले में मुसलमान लड़के की मदद का आरोप लगाया। उधर, जब लड़की से उसका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो वो भाग निकली। हालांकि, पुलिस ने उसे अपने कब्जे में ले लिया और भीड़ से निकालकर थाने ले गई।
मानवाधिकार मामलों के जानकार वकील एसके झा ने कहा कि मुजफ्फरपुर में लव जिहाद के मामले बढ़ गए हैं। एक साजिश के तहत मुस्लिम युवक हिंदू लड़की को फंसा कर धर्म परिवर्तन करा रहे हैं।
अब जानिए मामला क्या है?
दरअसल, अहियापुर थाना क्षेत्र के रहने वाले मोहम्मद आजाद ने 6 फरवरी 2025 को एक लड़की को प्रेम जाल में फंसा कर फरार हो गया था। इस मामले में लड़की के परिजनों ने थाना में आवेदन देकर आजाद और उसके भाई शहजाद के खिलाफ केस दर्ज कराया था। इसी मामले में बुधवार को कार्रवाई करते हुए पुलिस ने ढाई महीने के बाद लड़की और लड़का को बरामद कर अपने साथ बयान दर्ज कराने के लिए कोर्ट ले कर आई थी। लड़की को बुर्का पहनाकर कोर्ट लाया गया था। इसकी सूचना किसी ने लड़की के परिजन को दे दी। सूचना मिलते ही लड़की की बहन, मां, भाई और नानी समेत मोहल्ले के लोग कोर्ट पहुंच गए। पुलिस पर मुस्लिम युवक को बचाने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे।
लड़की की मां ने बताया कि हम हिंदू हैं, लड़का मुसलमान है, अपनी बेटी को नहीं देना चाहते हैं। मेरी बेटी का पहला कोर्ट मैरिज हो चुका है। मैं विधवा हूं, मेरे चार बच्चे हैं, मेरी कोई मदद नहीं कर रहा है। दरअसल, साल 2023 में लड़की ने एक हिंदू युवक के साथ कोर्ट मैरिज कर ली थी। डेढ़ साल तक लड़के के साथ रहने के बाद उसे छोड़ दिया और अपने मायके में ही रहने लगी। इसी दौरान लड़की का मोहल्ले में ही रहने वाले मोहम्मद आजाद से संपर्क हुआ।