छपरा का होटल बना सेक्स रैकेट का अड्डा, होटल राजपूत में तीसरी बार छापेमारी
छपरा में बुधवार को भगवान बाजार थाना क्षेत्र के होटल राजपूत में रेड मारकर पुलिस ने सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस की छापेमारी के दौरान होटल राजपूत से 6 महिलाएं और 5 पुरुष सहित 11 लोगों को हिरासत में लिया था। होटल से सभी को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया था।

डेस्कः
छपरा में बुधवार को भगवान बाजार थाना क्षेत्र के होटल राजपूत में रेड मारकर पुलिस ने सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस की छापेमारी के दौरान होटल राजपूत से 6 महिलाएं और 5 पुरुष सहित 11 लोगों को हिरासत में लिया था। होटल से सभी को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया था। मौके से कुछ आपत्तिजनक सामान भी बरामद किए गए थे। पुलिस की कार्रवाई के दौरान होटल संचालक और मुख्य आरोपी अनिल कुमार साह फरार हो गया। पुलिस होटल के स्टाफ को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस फरार संचालक की तलाश में जुटी है।
विवादों से भरा है होटल राजपूत का इतिहास
छपरा के भगवान बाजार स्थित होटल राजपूत का इतिहास विवादों से भरा रहा है। होटल राजपूत में पुलिस ने तीसरी बार छापेमारी की है। 2018 में पहली छापेमारी के समय यह प्रभात रेस्ट हाउस के नाम से चलता था। तब पुलिस ने होटल को सील कर दिया था। हालांकि, छह महीने बाद न्यायालय के आदेश पर होटल का नाम बदलकर होटल राजपूत कर दिया गया और फिर से शुरू हो गया।
2020 में दूसरी छापेमारी में पांच युवक-युवतियों को हिरासत में लिया गया था। होटल पर कार्रवाई करते हुए फिर सील किया गया, लेकिन न्यायालय के आदेश के बाद यह फिर से खुल गया। अब तीसरे बाद 26 मार्च 2025 में छापा मारा गया। इस दौरान 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
स्थायी रूप से होटल सील करने की तैयारी
होटल की बिल्डिंग सरोज सिंह की है। सुनील कुमार साह पिछले पांच साल से एग्रीमेंट के तहत होटल का संचालन कर रहा है। पिछली दो छापेमारी में होटल संचालक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। जेल से छूटने के बाद वह फिर से होटल चलाने लगता था। पुलिस अब होटल को स्थायी रूप से सील करने की कार्रवाई में जुटी है। साथ ही संचालक की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
ग्राहकों के साथ होटल आती थी महिलाएं
पुलिस ने लड़कियों का पता और निजी जानकारी देने से मना किया है। लेकिन सभी महिलाएं और लड़कियां छपरा, बलिया, सारण और पटना की रहने वाली थी। वह अपने ग्राहकों के साथ आती थी और होटल उन्हें कमरा उपलब्ध कराता था। होटल के संपर्क में कई महिलाएं थी। ग्राहक के कॉल पर उन्हें बुलाया जाता था।
पुलिस ने बांड भराकर लड़कियों को छोड़ा
एसडीपीओ राजकिशोर सिंह ने बताया कि बहुत दिनों से सूचना मिल रही थी कि होटल में अवैध काम किया जा रहा है। इसके बाद भगवान बाजार थाना की पुलिस ने टीम गठित कर छापेमारी की गई। छापेमारी में पकड़ी गई लड़कियों और महिलाओं को विक्टिम समझ कर उनके गार्जियन को बुलाकर पीआर बांड भराया गया और छोड़ दिया गया है।
इस होटल में दूसरी या तीसरी बार इस तरह की घटना घटित हुई है। इसे लेकर हम लोग एक प्रतिवेदन एसडीएम साहब को दे रहे हैं। ताकि होटल स्थाई रूप से सील हो सके। 2018 और 2020 में भी इस पर कार्रवाई हुआ था, लेकिन होटल सील नहीं हो सका था। इस बार हम लोग स्थाई तौर पर होटल सील करने की कार्रवाई कर रहे हैं। मुख्य अभियुक्त सुनील कुमार शाह की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई चल रही है।
सक्त कार्रवाई, फिर भी नहीं थम रहे अवैध धंधे
छपरा जंक्शन का क्षेत्र होने के चलते यहां गलत धंधा फल फूल रहा है। पुलिस सूचना के आधार पर की गई रेड में अलग-अलग होटलों से देह व्यापार के मामले सामने आते रहे हैं। पुलिस ने कई होटलों पर कार्रवाई की है। लेकिन जेल से छूटने के बाद संचालक होटल का नाम बदलकर फिर अवैध व्यापार शुरू कर देते हैं।