UPSC टॉप 20 में बिहार के 3 कैंडिडेट, जमुई के 3 कैंडिडेट ने एग्जाम क्रैक किया

UPSC टॉप 20 में बिहार के 3 कैंडिडेट, जमुई के 3 कैंडिडेट ने एग्जाम क्रैक किया

डेस्कः
संघ लोक सेवा आयोग यानी UPSC ने सिविल सर्विस एग्जाम 2024 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है। कुल 1009 कैंडिडेट्स मेरिट लिस्ट में शामिल हैं। अब तक की जानकारी के मुताबिक, जमुई के तीन सहित बिहार के 5 कैंडिडेट मेरिट लिस्ट में शामिल हैं। इनमें से 3 टॉप 20 में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं। मेरिट लिस्‍ट ऑफिशियल वेबसाइट upsc.gov.in पर रिलीज की गई है।  पिछले साल यानी 2023 में बिहार के कुल 32 कैंडिडेट ने यूपीएससी एग्जाम में सफलता प्राप्त की थी। 6 कैंडिडेट ने टॉप 100 में स्थान बनाया था। हाईएस्ट रैंक 19वीं थी। वहीं साल 2022 में बिहार की इशिता किशोर ऑल इंडिया टॉपर बनी थीं।
हेमंत ने पहले अटेंप्ट में क्रैक किया था UPPCS : हेमंत मूल रूप से बक्सर जिले के राजपुर प्रखंड के कुसरूपा गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने पहले प्रयास में ही 2022 में UPPCS क्रैक किया था। इस एग्जाम में आठवीं रैंक मिली थी। डीएसपी पद के लिए सिलेक्ट हुए थे। प्रारंभिक शिक्षा बक्सर से ही हुई : हेमंत एक मध्यमवर्गीय शिक्षित परिवार से आते हैं। पिता ओमप्रकाश मिश्रा शिक्षा विभाग में एपीओ के पद पर कार्यरत हैं, माता नर्मता देवी जिले के एक निजी स्कूल में शिक्षिका हैं। हेमंत ने प्रारम्भिक शिक्षा बक्सर के ही एक निजी स्कूल से पूरी की है। डीएवी पटना से इंटरमीडिएट किया। जामिया-मिलिया से ग्रेजुएशन की पढ़ाई करने के बाद JNU से PG किया। नेट परीक्षा में भी पूरे देश में चौथा रैंक हासिल किया था। अमेठी यूनिवर्सिटी में एसोसिएट प्रोफेसर के तौर भी चयनित हुए थे। हालांकि, हेमंत ने जॉब जॉइन नहीं की थी।
संस्कृति को 2023 में मिला था 352वां रैंक

संस्कृति त्रिवेदी ने 2023 में UPSC परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 352वां हासिल किया था। उस वक्त उन्होंने घर में ही पढ़ाई की थी। जमुई के बम्बई कालोनी में रहने वाली संस्कृति के पिता का नाम आनंद प्रकाश त्रिवेदी है। संस्कृति बताती हैं कि उन्होंने हर दिन 15 से 17 घंटे की पढ़ाई की। 2014 में 10वीं की परीक्षा 10 CGPA और 12वीं की परीक्षा 9.4 CGPA के साथ रांची के जवाहर विद्या मंदिर श्यामली से पास की। 12वीं के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी के गार्गी कॉलेज से 2019 में 75 फीसदी अंक के साथ पॉलिटिकल साइंस से ग्रैजुएशन किया। 2023 में ही संस्कृति ने कहा था कि वे फिर से यूपीएससी की परीक्षा देंगी, क्योंकि वे अपने रैंक से खुश नहीं हैं।
जमुई के पारस कुमार अभी DPO हैं : UPSC में 269वीं रैंक हासिल करने वाले पारस कुमार वर्तमान में शिक्षा विभाग में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (DPO) के रूप में जमुई में कार्यरत हैं। पारस कुमार ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जमुई में ही हासिल की। पढ़ाई के साथ-साथ वे शिक्षा विभाग में अपनी जिम्मेदारी भी निभाते रहे। ड्यूटी के बाद देर रात तक पढ़ाई कर उन्होंने यह सफलता हासिल की। पारस कुमार ने अपनी सफलता का श्रेय नियमित पढ़ाई, समय प्रबंधन और आत्मविश्वास को दिया है। पारस ने बताया कि 'यदि मन में ठान लें और निरंतर मेहनत करें, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं।